
वो ही होंगी तस्वीरें
वो ही होंगे नज़ारे
वो ही सूरज, चाँद रहेंगे
वैसे ही टिम- टिमाएंगे तारे,
क्या इस नए वर्ष में, कुछ बदलेगा प्यारे?
वो ही होंगे नेताओं के भाषण
वैसे ही महंगा मिलेगे राशन
एक साल ओर बीत गया कुछ झूठी उम्मीदों के सहारे,
क्या इस नए वर्ष में, कुछ बदलेगा प्यारे?
वैसे ही हम दफ़्तर जाएंगे
रोज़ की तरह ही मेट्रो में धक्के खाएंगे
कल भी जीतना होगा हमें, अपने ही सहारे
क्या इस नए वर्ष में, कुछ बदलेगा प्यारे?
वो ही आतंकवाद पुराना होगा
वैसे ही अनन्याये हमें इस साल भी सहना होगा
अब भी लड़कियां निकलेंगी घरों से भगवान के सहारे,
क्या इस नए वर्ष में, कुछ बदलेगा प्यारे?
बदलेगी तो सिर्फ ये तारीख़...
असल में साल वो ही पुराना होगा
केवल नए कपड़ों का कवच पहना होगा
जिस दिन खुल जाएंगे हमारे सोच के दायरे
उस दिन साल भी बदल जाएगा प्यारे...
" नया साल आपको बहुत-बहुत मुबारक हो..."
- मनप्रीत