
रुपया हुआ साठ(60) का
अब "ठाट" किस बात का???
विदेश जाने का सपना अब अपना रह जाएगा
रुपया हमारा अब "Senior Citizen" कहलाएगा
इससे न तुम कुछ अब खरीद पाओगे
यौवन के किस्से इसके बच्चों को सुनाओगे
दूध, फल, सब्जियां सब महंगा हो जाएगा
आम आदमी को तो केवल "ठेंगा" ही मिल पाएगा
पेट्रोल, डीजल, बजली के भी दाम बढ़ जाएंगे
1000w का करंट जेबों पे लगाएंगे
स्कूटर, गाड़ियाँ अब कम चल पाएंगी
साइकिल, बैल-गाड़ियाँ कि सेल लग जाएगी
अब "ठाट" किस बात का???
विदेश जाने का सपना अब अपना रह जाएगा
रुपया हमारा अब "Senior Citizen" कहलाएगा
इससे न तुम कुछ अब खरीद पाओगे
यौवन के किस्से इसके बच्चों को सुनाओगे
दूध, फल, सब्जियां सब महंगा हो जाएगा
आम आदमी को तो केवल "ठेंगा" ही मिल पाएगा
पेट्रोल, डीजल, बजली के भी दाम बढ़ जाएंगे
1000w का करंट जेबों पे लगाएंगे
स्कूटर, गाड़ियाँ अब कम चल पाएंगी
साइकिल, बैल-गाड़ियाँ कि सेल लग जाएगी
ज्यादा नहीं तो थोड़ी सी ये बात मेरी मान लो
ज्ञान की ही बात इससे गाँठ तुम बांद लो
महंगाई के मौसम में इस बात कि है चर्चा
जो आमदनी हो रुपैया, अठन्नी करो खर्चा
नहीं तो ये महंगाई घर में घुस जाएगी
घर में घुस कर तेरा बजट हिलाएगी
ऐसे चलेगा तो मैं कैसे जी पाऊँगा??
क्या सांस लेने के लिए भी "टैक्स" चुकाऊंगा??
- मनप्रीत
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