कई शहर तबाह हो गए, कई घर फनाह हो गए
इस जंग की आग में, कई अपने जुदा हो गए
ज़िन्दगी पल-पल रो रही है
हर बम के साथ, इंसानियत खो रही है
हर गली सूनी, हर बस्ती सूनी, हर घर में एक दर्द सुनाई देता है
ये शहर नहीं, आज हमें कब्रिस्तान दिखाई देता है
कोई लड़ने को है उकसाता, कोई हतियारों का अंबार लगता
अमेरिका के हथियारों का, इसी बहाने है परीक्षण हो जाता
UKRAINE-RUSSIA को लड़ता, हर मुल्क खड़ा बस देख रहा है
मुख-बधिर बनके NATO अपनी सियासी रोटियां सेक रहा है
इस युद्ध का कोई अंत नहीं, ये अब प्रतिष्ठा की बात है
तू जीते या मैं जीतूं, ये हारी हुई बिसात है
ज़िन्दगी पल-पल रो रही है
हर बम के साथ, इंसानियत खो रही है
हर गली सूनी, हर बस्ती सूनी, हर घर में एक दर्द सुनाई देता है
ये शहर नहीं, आज हमें कब्रिस्तान दिखाई देता है
कोई लड़ने को है उकसाता, कोई हतियारों का अंबार लगता
अमेरिका के हथियारों का, इसी बहाने है परीक्षण हो जाता
UKRAINE-RUSSIA को लड़ता, हर मुल्क खड़ा बस देख रहा है
मुख-बधिर बनके NATO अपनी सियासी रोटियां सेक रहा है
इस युद्ध का कोई अंत नहीं, ये अब प्रतिष्ठा की बात है
तू जीते या मैं जीतूं, ये हारी हुई बिसात है
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