वो जो मुझे गलत राह पे जाने से रोकता है
मेरी हर बुरी बात पे मुझे टोकता हैवो जो मेरे दिल की हर बात जानता है
मेरे हर दुख को अपना मानता है
वो जिसने मुझे कुछ बिगाड़ा भी
और ज़्यादा बिगड़ जाने पर कुछ फटकारा भी
ऐसा दोस्त, जिसने पापा की डांट खा के भी कुछ बोला नहीं
मेरा कोई राज़ उसने आजतक खोला नहीं
वो जिसके बिना मीठी चाय भी फीकी लगती है
न मिलूं उससे तो ज़िन्दगी मिर्ची से भी तीखी लगती है
जैसे बिना चखने के दारू का मज़ा नहीं आता है
वैसे बिना इनके हर नशा फीका पड़ जाता है
वो जिन्हें देखने भर से ही सांस आ जाती है मुझे पूरी
ऐसे कुछ दोस्त हैं, जो मेरी ज़िन्दगी में हैं ज़रूरी...
- मनप्रीत