Meaning of Gunchaa

रविवार, सितंबर 19, 2021

कयोंकि नींद मेरी दोस्त है



जब पास जाता हूँ मैं बिस्तर के 
वो मुझे बुला लेता है
मौका देख के अपनी वो साज़िश को अंजाम देता है
वो कहता है" चाहे सोना नहीं, बस केवल दो पल के लिए लेट जा"

फिर मैं नादान... उसकी बातों में आ जाता हूँ
दबे पांव से उसकी और एक-एक कदम बढ़ाता हूँ
और धीरे-धीरे खुली बाहों से मुझको,
वो अपने आहोश में ले लेता है
तकिये को भी चुपके से अपनी, साज़िश में शामिल कर लेता है
जब सर रखता हूँ मैं ज़ानों * पे तकिये की,
वो लोरी मुझे सुनाता है
अपनी दोस्त "नींद" से भी, मेरा तआरुफ़ * कराता है
और बाकी की कहानी मेरी माँ पूरी कर देती है
चुपके से आकर मेरे, पैरों पे चादर ओढ़ा देती है

जब मकसद सबका पूरा हो जाता है
और आंखों पे मेरी ताला लग जाता है
मैं कुछ देर सो लेता हूँ
बस इस ही तरह हफ़्ते की छुट्टी, मैं अपनी पूरी कर लेता हूँ

...कयोंकि नींद मेरी दोस्त है

* ज़ानों : Laps
तआरुफ़ : Introduction


- मनप्रीत

4 टिप्‍पणियां:

Unknown ने कहा…

Amazing👏

Gautam S Sajwan ने कहा…

Paji....shandaar

Prince ने कहा…

Good👍👍

Niharika ने कहा…

बहुत ही प्यारा