कभी मेरा दिल कहता है...
की कोई इस जाते हुए वक़्त को थाम ले,
इस भागती हुई ज़िन्दगी को थोड़ा तो आराम दे...
कुछ पल ज़िन्दगी के मैं जी तो पाऊँ
इन उखड़ी हुई साँसों को संभाल तो पाऊँ,
एक नज़र खुद पे भी तो डाल लूं
क्यों न आज अपना ही पूछ मैं हाल लूं???
कुछ रिश्ते जिनकी कड़ियाँ मैं तोड़ आया हूँ
उन्हें फिर एक नाम दूं
उन खोई हुई तस्वीरों को, कुछ बिखरे हुए रंगों को कागज़ पे मैं उतार दूं
इससे पहले की वह कहीं खो जाएं
ज़िन्दगी फिर से बेरंग हो जाए
क्यों ना इस वक़्त को तस्वीरों के ज़रिए ही थाम लिया जाए...
की कोई इस जाते हुए वक़्त को थाम ले,
इस भागती हुई ज़िन्दगी को थोड़ा तो आराम दे...
कुछ पल ज़िन्दगी के मैं जी तो पाऊँ
इन उखड़ी हुई साँसों को संभाल तो पाऊँ,
एक नज़र खुद पे भी तो डाल लूं
क्यों न आज अपना ही पूछ मैं हाल लूं???
कुछ रिश्ते जिनकी कड़ियाँ मैं तोड़ आया हूँ
उन्हें फिर एक नाम दूं
उन खोई हुई तस्वीरों को, कुछ बिखरे हुए रंगों को कागज़ पे मैं उतार दूं
इससे पहले की वह कहीं खो जाएं
ज़िन्दगी फिर से बेरंग हो जाए
क्यों ना इस वक़्त को तस्वीरों के ज़रिए ही थाम लिया जाए...
- मनप्रीत
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